किसानों के लिए फसलों की सिंचाई करना वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है. क्योंकि भारत में अभी भी किसान बारिश पर ही निर्भर हैं. अगर अच्छी बारिश होती है तो उनकी फसल का उत्पादन अच्छा होता है. पर किसी वर्ष बारिश नहीं हुई तो पूरी फसल बर्बाद हो जाती है. ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए किसान ट्यूबवेल के सहारे सिंचाई करते हैं. खास बात यह है कि ट्यूबवेल से फसलों की सिंचाई करना सबके बस की बात नहीं है, क्योंकि डीजल काफी महंगा हो गया है. ऐसे में छोटे किसानों के लिए सोलर पंप अच्छा सहायक हो सकता है. सोलर पंप कम खर्चे में ही आ जाता है और इसके ऊपर सरकार सब्सिडी भी दे रही है.
फिलहाल, उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार किसानों को सोल पंप बांट रही है. खास बात है कि सरकार पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर सोलर पंप दे रही है. इससे पहले राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सोल पंप पर सब्सिडी देने की घोषणा की थी. जानकारी के मुताबिक, योगी सरकार ने 20 अक्टूबर को मेरठ, सहारनपुर, अलीगढ़ अयोध्या, लखनऊ और गोरखपुर मंडल के सभी जिलों में सोलर पंप वितरित किए. अब योगी सरकार 21 अक्टूबर को मुरादाबाद, आजमगढ़, बरेली, आगरा, देवीपाटन और बस्ती मंडल के सभी जिलो में सोलर पंप बांटेगी. इसी तरह 22 अक्टूबर को कानपुर, मिर्जापुर, चित्रकुट, प्रयागराज, झांसी और वाराणसी मंडल के सभी जिलों में सोलप पेप बांटेगी.
सिर्फ इन लोगों को मिल सकता है सोलर पंप
इस योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले किसानों को आधिकारिक वेबसाइट www.upagriculture.com पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके बाद आपको ऑनलाइ टोकन मिल जाएगा. इसके बाद आपको एक हफ्ते के अंदर ही कृषक अंश की राशि को किसी इंडियन बैंक की शाखा में जामा करना होगा. फिर आप सोल पंप के लिए लाभार्थी हो गए. यदि कोई किसान इस प्रक्रिया को पूरा नहीं करता है तो वह सोलर पंप का हकदार नहीं होगा.
बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश के कई जिलों में समय पर अच्छी बारिश नहीं हुई. ऐसे में कई किसानों की फसल सिंचाई के बगैर खेत में सूख गई. वहीं, कई किसानों ने ट्यूबवेल की मदद से सिंचाई की. पर डीजल खरीदने में ही वे कर्ज में डूब गए. क्योंकि ट्यूबवेल से खेती करना सबके बस की बात नहीं है. ऐसे में सरकार की सोलर पंप योजना किसानों के लिए सहायत साबित हो सकती है.
नोट: इस लेख में दी गई सभी जानकारी केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए लिखी गई है।