छठ कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला आस्था का महापर्व है। इस साल छठ पूजा 30 अक्टूबर को मनाई जाएगी। छठ पूजा भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है जिसे पूरे देश में बेहद धूमधाम से मनाई जाता है। वैदिक काल से चली आ रही छठ पूजा बिहार में उनकी संस्कृति का प्रतीक बन चुका है।
छठ पूजा में देवी पार्वती के छठे स्वरूप और भगवान सूर्य की बहन छठी मैया की पूजा की जाती है। छठ पूजा के दौरान व्रत करने वाली महिलाएं बिना सिलाई की हुई साड़ी पहनती है। छठ का त्यौहार छठ का अनुष्ठान बेहद कठोर होता है। 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में 36 घंटों तक निरंतर लगातार उपवास चलता है। हालांकि अब बड़ी संख्या में पुरुष भी इस उत्सव में व्रत का पालन करने लगे हैं।
नहाए खाए- छठ पूजा का पहला दिन नहाए खाए के नाम से जाना जाता है। इस दिन घर की सफाई कर उसे पवित्र करते हैं। इस दिन व्रती सिर्फ एक बार भोजन ग्रहण करती है। भोजन में चने की दाल, लौकी की सब्जी और भात खाई जाती है। इस दिन खाना पकाने के लिए आम की लकड़ी और मिट्टी के चूल्हे का प्रयोग किया जाता है।
नोट: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यता और लोक मान्यता पर आधारित है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं भी हो सकता। सामान्य हित और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए यहां इसे प्रस्तुत किया जा रहा है।