DU Admissions 2022: दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस साल के एडमिशन के लिए कल से सीटों का आवंटन शुरू होने जा रहा है. कॉलेज एडमिशन के इस फेज में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के दौरान स्कोर किए मार्क्स आधार बनेंगे. वहीं डीयू में एडमिशन की राह ताक रहे और सीट पाने की इच्छा रखने वाले लाखों स्टूडेंट्स को जरूरी बातों के बारे में पता होना जरूरी है. क्यों जरा सी भूल या जानकारी के अभाव में आप मिल रही सीट भी गंवा सकते हैं. आइए जानते हैं किन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
सीट मिलने के लिए जरूरी है कि आप जिस भी कोर्स में एडमिशन ले रहे हों, उसके प्रोग्राम ग्रुप की कैटेगरी में आए. क्योंकि सीट उसी कैंटिडेट को दी जाती है जो संबंधित कोर्स से जुड़ी योग्यता को रखता हो. इसके अलावा कैंडिडेट की कैटेगरी और उपलब्ध सीटें भी सीट आवंटन का आधार बनती हैं.
एक बार किसी कैंडिडेट को सीट मिल जाए तो उसे तुरंत इसे एक्सेप्ट कर लेना चाहिए. लेकिन कुछ केसों में स्टूडेंट्स दूसरे फेज़ का इंतजार करते हैं. पहले राउंड में सीट को एक्सेप्ट कर लेने के बाद ही दूसरे राउंड के लिए नाम आगे जाता है. ज्यादा देरी करने पर सीट किसी दूसरे कैंडिडेट को भी अलोट की जा सकती है.
अगर कैंडिडेट सीट एक्सेप्ट कर लेता है और कॉलेज को कैंडिडेट से किसी प्रकार की जानकारी चाहिए हो तो इसके लिए भी तुरंत रिस्पॉन्ड करना होगा. तय समयावधि में कॉलेज की स्टूडेंट से संबंधित क्वेरी पर प्रतिक्रिया नहीं दी गई तो स्टूडेंट को एडमिशन प्रक्रिया से बाहर किया जा सकता है.
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जैसे ही कॉलेज की ओर से आपके द्वारा दी गई जानकारियों पर अप्रूवल या रिजेक्शन आता है, स्टूडेंट्स को इसकी जानकारी दे दी जाएगी. कैंडिडेट्स डैशबोर्ड पर नोटिफिकेशन पर नजर रख सकते हैं, इसके बाद ही फी पेमेंट के लिए इंफोर्म किया जाएगा.
नोट: इस लेख में दी गई सभी जानकारी केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए लिखी गई है।