ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। वृश्चिक राशि में 3 ग्रह प्रवेश करने जा रहे हैं। 11 नवंबर को शुक्र, 13 नवंबर को बुध और 16 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शुक्र, बुध और सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होना तय है। आइए जानते हैं, वृश्चिक राशि में शुक्र, बुध और सूर्य के प्रवेश से किसे होगा सबसे अधिक फायदा-
मिथुन राशि-
- धन- लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
- व्यवसाय में लाभ के योग बनेंगे।
- भाई-बहन से मदद मिल सकती है।
- साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी।
- मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
- जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा।
- कार्यों में सफलता के योग बन रहे हैं।
- भाग्य का साथ मिलेगा।
- नौकरी और व्यापार के लिए समय शुभ रहेगा।
- आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी।
- परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा।
- दांपत्य जीवन में सुख का अनुभव करेंगे।
- परिवार से अचानक शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है।
कर्क राशि-
- नौकरी और व्यापार के लिए समय शुभ है।
- मान- सम्मान मिलेगा।
- कार्यों में सफलता मिलेगी।
- दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।
- परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करेंगे।
- आपको शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
- नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को शुभ समाचार मिल सकता है।
- प्रमोशन या आर्थिक लाभ के भी योग बनेंगे।
- किसी नए काम की शुरुआत के लिए सूर्य गोचर लाभकारी रहेगा।
- शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं है।
- लेन- देन के लिए समय शुभ है।
वृश्चिक राशि-
- इस दौरान पारिवारिक रिश्तों में मधुरता बढ़ेगी।
- नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को शुभ परिणाम मिल सकता है।
- आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी।
- दांपत्य जीवन सुखद रहेगा।
- धन लाभ होगा, जिससे आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
- धन से जुड़े मामलों में सफलता हासिल होगी।
- समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।
- पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
- निवेश से लाभ होगा।
मीन राशि-
- लेन- देन के लिए समय शुभ है।
- इस दौरान आपका मान-सम्मान बढ़ेगा।
- कार्यक्षेत्र में लाभ होगा।
- सूर्य गोचर काल में आपको सफलता हासिल होगी।
- धन आगमन के नए अवसर प्राप्त होंगे।
- व्यापारियों को मुनाफा हो सकता है।
- यह समय आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
नोट: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यता और लोक मान्यता पर आधारित है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं भी हो सकता। सामान्य हित और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए यहां इसे प्रस्तुत किया जा रहा है।