Plant Vastu Tips 2022 : घर के वातावरण को सकारात्मक और सुख-समृद्धि के लिए हम पेड़-पौधे लगाते हैं. पेड़-पौधे के घर में होने से इसका हमारे जीवन में खास असर देखने को मिलता है. वहीं घर में इनको सही दिशा में रखने से हमारी सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं, लेकिन कुछ पौधे ऐसे भी हैं, जिनको लगाने से हमें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है, जिससे घर में हमेशा कलह की स्थिति बनीं रहती है और घर का वातावरण नकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है, घर की सुख-शांति चली जाती है, घर के व्यक्तियों की तरक्की रुक जाती है. तो आइए हम इस लेख में जानते हैं कि घर में कौनसे पेड़-पौधे नहीं लगाने चाहिए, जिससे घर के सदस्यों को आर्थिक तंगी का सामना न करना पड़े.
घर पर इन पेड़-पौधे को भूलकर भी न लगाएं
1.कैक्टस
वास्तु शास्त्र में घर पर हमें कोई ऐसे कांटे वाले पौधे नहीं लगाना चाहिए, जिससे घर की परेशानियां बढ़ जाएं. ऐसे में कैक्टस का पौधा भी कांटेदार ही होता है, इसलिए हमें इसे लगाने से बचना चाहिए. कांटेदार पौधे से घर में कलह और रिश्तों में कड़वाहट आने की संभावना होती है. इससे घर की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ जाती है. आपका बना बनाया काम बिगड़ सकता है, आत्मविश्वास की कमी होती है.
2.बबूल का पेड़
बबूल के पेड़ भी कांटेदार ही होता है. इसलिए इसे भूलकर भी घर में न लगाएं, इसे लगाने से घर की आर्थिक स्थिति हमेशा बिगड़ी रहती है और घर में बिमारियां दस्तक देती हैं. इसलिए अगर आपके घर में बबूल का पेड़ है, तो उसे तुरंत हटा दें.
3.मेंहदी का पेड़
लोग शौक से अपने घर में मेंहदी का पेड़ लगाते हैं, इसे लगाना अशुभ होता है. इससे घर में नकारात्मकता आती है, इसके अलावा घर में बुरी शक्तियों के आने की संभावना बनी रहती है.
4.पीपल का पेड़
पीपल के पेड़ को पवित्र माना जाता है, लेकिन इसे घर में लगाना अशुभ होता है, वहीं अगर आपके घर खुद से अगर पीपल का पौधा निकल आया है तो उसे न तोड़ें और न ही काटें.
5.इमली की पेड़
इमली पेड़ अगर कहीं भी आपको दिखे, तो इसके पेड़ को काट देना चाहिए, क्योंकि इसमें नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और इसका पेड़ अशुभ माना जाता है.
6.बोनसाई
घर की खूबसुरती के लिए हम घर में बोनसाई का पेड़ लगाते हैं, लेकिन इसे नहीं लगाना चाहिए. इसे लगाने से घर में हमेशा पैसों की तंगी रहती है और आपके जीवन में हमेशा बाधा उत्पन्न होती रहती है.
नोट: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यता और लोक मान्यता पर आधारित है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं भी हो सकता। सामान्य हित और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए यहां इसे प्रस्तुत किया जा रहा है।