Bangalore Crime News : बेंगलुरु की सेंट्रल डिविजन पुलिस ने 9 महीने पहले एक युवक के अपहरण और हत्या का मामला सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, इस साल मार्च में एच. शरद कुमार ने अपने घरवालों को कहा था कि वो अपनी नई जिंदगी शुरू करने के लिए देश के बाहर जा रहा है, क्योंकि उसने यहां काफी कर्जा ले रखा है. लिहाजा, घरवाले उसको ढूंढने की कोशिश न करे, वो खुद ही उनसे संपर्क करेगा. इसके बाद शरद कुमार ने कभी घरवालों को संपर्क नहीं किया और न ही घरवालों ने पुलिस में इसकी कोई शिकायत दर्ज कराई.
करीब 20 दिन पहले बेंगलुरु सेंट्रल डिवीजन पुलिस को एक अज्ञात शख्स ने फोन करके कहा कि शरद कुमार की हत्या कर दी गई है, पुलिस इस मामले की जांच करे. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू की तो पता चला कि शरद कुमार ने येलाहांका और चिक्काबलापुर में लोन पर गाड़ी देने का झांसा देकर लाखों रुपये थे. जब उन लोगों को न तो गाड़ी मिली और न ही पैसा तो एक शख्स ने इस बारे में चिक्काबलापुर के एक कन्नड़ संगठन के अध्यक्ष वेंकटचलापति को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वो शरद कुमार से उनका पैसा वापस दिलवाए.
वेंकटचलापति ने अपने बेटे एवी शरद को कहा कि वो शरद कुमार से पैसे की वसूली करे. इस पर एवी शरद ने अपने तीन साथियों के साथ शरद कुमार का अपहरण किया. उन्होंने उसे बेंगलुरु से बाहर अपने एक फॉर्म हाउस में कैद किया और उसकी जमकर पिटाई की. मारपीट के दौरन शरद कुमार की मौत हो गई, जिसके बाद आरोपियों ने शरद कुमार के शव को चारमदी घाट में फेंक दिया.
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर वेंकटचलापति, उनके बेटे एवी शरद और उनके अन्य तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को आरोपियों के फोन से कुछ वीडियो और फोटो मिले हैं, जिसमें शरद कुमार को फॉर्म हाउस में पिटाई करते देखा जा सकता है. पुलिस ने अब शरद कुमार के शव को ढूंढने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है.
नोट: इस लेख में दी गई सभी जानकारी केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए लिखी गई है।