अडानी ग्रुप की तरफ से 2.5 अरब डॉलर की शेयर ऑफरिंग से पहले ही उनके शेयर औंधे मुंह गिर पड़े। बाजार में आए इस भूचाल की वजह इन्वेस्टमेंट रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की वो रिपोर्ट रही जिसमें कहा गया कि ग्रुप गलत तरीके से शेयरों के दाम नियंत्रित करती रही है। अडानी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जुगेशिंदर जीत सिंह का कहना है कि ये रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है। कंपनी की साख को प्रभावित करने के लिए रिपोर्ट में ऐसे तथ्य डाले गए हैं जो लोगों को गुमराह करते हैं। लेकिन हालात रिपोर्ट से पूरी तरह से उलट हैं। अडानी ग्रुप का कहना है कि वो हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी विकल्प का इस्तेमाल करने के बारे में सोच-विचार कर रहा है। दूसरी तरफ, हिंडनबर्ग का कहना है कि उसने पूरी रिसर्च के बाद अपनी रिपोर्ट जारी की है और वह इस पर कायम है।
नाथन एंडरसन ने की थी हिंडनबर्ग रिसर्च LLC की स्थापना
फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक हिंडनबर्ग रिसर्च LLC की स्थापना नाथन एंडरसन ने की थी। नाथन ने इंटरनेशनल बिजनेस मैनेजमेंट की तालीम University of Connecticut से हासिल की थी। वो येरुशलम से हैं। अमेरिका में FactSet कंपनी में उन्होंने कंसल्टिंग जॉब को करियर के तौर पर चुना और फिर वाशिंगटन डीसी और न्यूयार्क की ब्रोकर डीलर्स फर्मों में काम करते रहे।
हिंडनबर्ग को लॉंन्च करने से पहले वो Harry Markopolos के साथ काम कर रहे थे। उन्होंने ही Bernie Madoff’s की पॉन्जी स्कीम को लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य प्लेटिनम पार्टनर्स की जांच करना था। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट कहती है कि इस सारे मामले में 1 अरब डॉलर के गोलमाल का अंदेशा था। Harry Markopolos कहते हैं कि एंडरसन कुछ भी खोद निकालने के लिए मशहूर है। अगर उन्हें किसी भी घपले की भनक लगती है तो वो उसे बेपर्दा कर ही देते हैं। एंडरसन Markopolos को अपना गुरु मानते हैं।