साल 2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में भारतीय खिलाड़ियों (Indian Players) ने शानदार प्रदर्शन किया था। भारत ने एक स्वर्ण, 2 रजत और 4 कांस्य समेत कुल 7 पदक जीते थे, जो ओलंपिक खेलों में उसका अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इस साल चीन (China) के हांग्जो में एशियाई खेल (Asian Games) और पेरिस (Paris) में 2024 में ओलंपिक खेलों (Olympics Games) का आयोजन होना है। इसके मद्देनजर भारतीय खिलाड़ी तो कड़ी मेहनत कर ही रहे हैं, केंद्र सरकार की भी अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
शायद यह वजह रही होगी कि एक फरवरी 2023 को पेश केंद्रीय बजट (Union Budget) में पिछले साल के मुकाबले इस बार के खेल बजट (Sports Budget) में 27 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। यही नहीं, नाडा (NADA) और एनडीएलटी (NDLT) को अब फंड के लिए स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया का मुंह नहीं तांकना पड़ेगा।
अब तक का सबसे अधिक खेल बजट
एशियाई खेलों और पेरिस ओलंपिक की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए खेल मंत्रालय के लिए पेश केंद्रीय बजट में 3,397.32 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है। यह अब तक का सबसे अधिक खेल बजट है। यह राशि पिछले साल के मुकाबले 723.97 करोड़ रुपए अधिक है। यह राशि पिछले वित्तीय वर्ष (2022-23) के संशोधित बजट से अधिक है, जब मंत्रालय को 2,673.35 करोड़ रुपए मिले थे।
पिछले साल हालांकि, वास्तविक आवंटन 3,062.60 करोड़ रुपए था। साल 2022-23 के लिए संशोधित आवंटन में कटौती का एक मुख्य कारण चीन में प्रस्तावित एशियाई खेलों का स्थगन हो सकता है। एशियाई खेलों का आयोजन अब इस साल होना है।
खेलो इंडिया सरकार की प्राथमिकता
मंत्रालय का प्रमुख कार्यक्रम, ‘खेलो इंडिया – खेल के विकास के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम’ सरकार की प्राथमिकता बनी हुई है, इसे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 606 करोड़ रुपए के संशोधित आवंटन के मुकाबले 1,045 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
इसमें 439 करोड़ रुपए की वृद्धि कार्यक्रम के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस आयोजन ने पिछले कुछ वर्षों में ओलंपिक, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों जैसे प्रमुख वैश्विक आयोजनों के लिए एथलीट तैयार करने की क्षमता दिखाई है।