26/11 Attack: मुंबई हमले (Mumbai Attack) को लेकर अमेरिका की तरफ से बड़ा बयान आया है। बाइडन प्रशासन (Joe Biden Government) ने 2008 के उस क्रूर हमले को याद करते हुए इसके अपराधियों और साजिशकर्ताओं का सफाया करने की बात कही है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने कहा कि हमला करने वालों और इसके पीछे काम करने वाले आतंकी समूहों को भी इसकी सजा मिलेगी। इस हमले में निर्दोष लोगों की जान ली गई थी, इसकी साजिश रचने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
आज भी ताजा हैं हमले की यादें
उन्होंने कहा कि इस हमले की यादें आज भी ताजा हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने दैनिक समाचार सम्मेलन में कहा कि मुंबई में आतंकियों द्वारा किए गए क्रूर हमले की यादें आज भी भारत और अमेरिका में जीवंत हैं।
अपराधियों का होगा सफाया: नेड प्राइस
उन्होंने कहा, “2008 में मुंबई में जो आतंकी हमला हुआ था, उसकी यादें आज भी ताजा हैं। वे अभी भी भारत में जीवंत हैं। वे अभी भी संयुक्त राज्य अमेरिका में जीवंत हैं।” प्राइस ने आगे कहा कि हम सभी उस दिन की भायवह कल्पना, होटल पर हमला, रक्तपात को याद कर सकते हैं, और यही वजह है कि हम इसके अपराधियों को सजा दिलाने के लिए प्रयास करते रहेंगे।
एक सवाल का जवाब देते हुए नेड प्राइस ने कहा कि ना सिर्फ उन आतंकियों को सजा मिलेगी, जिन्होंने उस दिन इतने सारे निर्दोष लोगों की जान ली, बल्कि हमले की साजिश रचने वाले आतंकी समूहों को भी बख्शा नहीं जाएगा। उनको भी सजा दिलाने के लिए हम काम करते रहेंगे।
14 साल पहले हुआ था मुंबई हमला
इस हमले को 14 साल हो चुके हैं, जिसकी रूपरेखा पाकिस्तान में तैयार की गई थी। दस आतंकी नाव में पाकिस्तान से गुजरात के रास्ते भारत आए थे। इन्होंने यहां आकर मुंबई में प्रमुख इमारतों को अपना निशाना बनाया था। उन्होंने मुंबई में दाखिल होते ही ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट और नरीमन हाउस पर हमला कर दिया था। इन हमलों में कई निर्दोष लोगों की जान गई थी। इस हमले में कुल 164 लोग मारे गए थे और 300 से लोग अधिक घायल हुए थे। पाकिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया था।