भारत के पूर्व गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने केएल राहुल पर निशाना साधते हुए हमला कहा कि प्लेइंग इलेवन में उनका चयन प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि पक्षपात के कारण हो रहा है। उन्होंने कहा कि 8 इंटरनेशनल करियर में 34 का औसत साधारण है। टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ के साथ खेले पूर्व गेंदबाज ने यह बात ऐसे समय पर कही है जब भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को एक पारी और 132 रन से हराकर 1-0 की बढ़त बना ली। राहुल ने इस मैच में 71 गेंद पर 20 रनों की पारी खेली।
वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट करके कहा, “राहुल का चयन प्रदर्शन के आधार पर नहीं बल्कि पक्षपात के आधार पर हो रहा है। लगातार खराब प्रदर्शन के बाद और लगभग 8 वर्षों से क्षमता को प्रदर्शन में नहीं बदल पा रहे हैं।” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “46 टेस्ट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8 साल से अधिक समय के बाद 34 का टेस्ट औसत सामान्य है। मुझे नहीं याद कि इतने मौके किसे दिए गए हैं। वह भी तब जब काफी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रने के बाद भी मौके का इंतजार कर रहे हैं। शुभमन गिल शानदार फॉर्म में हैं, सरफराज खान फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक लगा रहे हैं और काफी ऐसे खिलाड़ी हैं जो राहुल की जगह मौके के हकदार हैं।”
कुछ खिलाड़ी भाग्यशाली होते हैं
वेंकटेश प्रसाद ने यह भी कहा, “कुछ खिलाड़ी भाग्यशाली होते हैं कि उन्हें सफल होने तक अंतहीन मौके दिए जाते हैं जबकि कुछ के साथ ऐसा नहीं होता। केएल राहुल की प्रतिभा और क्षमता का मैं कद्र करता हूं, लेकिन दुख की बात है कि उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा है।” वेंकटेश प्रसाद ने रविचंद्रन अश्विन जैसे किसी खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट में उपकप्तान बनाने की बात कही। उन्होंने यह वर्तमान भारतीय टीम में पांच क्रिकेटरों का नाम बताया जो उप-कप्तान की भूमिका निभा सकते हैं।