Shani Uday In Kumbh: वैदिक ज्योतिष अनुसार ग्रह समय- समय पर उदय होकर कई शुभ और अशुभ योगों का निर्माण करते हैं। जिसका प्रभाव मानव जीवन पर और पृथ्वी पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि 9 मार्च को शनि देव उदय होने जा रहे हैं। जिससे शश महापुरुष राजयोग बनने जा रहा है। इस राजयोग का प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस राजयोग से धनलाभ और उन्नति के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
शश महापुरुष राजयोग बनने से धनु राशि के जातकों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। क्योंकि शनि देव आपकी राशि से तीसरे भाव में उदित होंगे। जिसे साहस- पराक्रम का स्थान माना गया है। इसलिए इस समय आपको आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आप नई चीजों को सीखने की कोशश करेंगे। साथ ही जिनका काम टूर एंड ट्रैवल्स, लोहा का है या विदेश से संबंधित है। उनको लाभ होने के प्रबल आसार हैं। वहीं इस यह अवधि उन लोगों के लिए शानदार साबित हो सकती है। जो लोग कला, सिंगर या आर्टिस्ट हैं। वहीं इस समय आपको भाई- बहनों का भी साथ मिलेगा। साथ ही साढेंसाती से मुक्ति मिलने से आपके सभी कार्य बनेंगे।
कुंभ राशि (Kumbh Zodiac)
आप लोगों के लिए शश राजयोग शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी गोचर कुंडली के लग्न भाव में उदित होने जा रहे हैं। इसलिए इस समय आपकी सेहत में सुधार आएगा। किसी रोग से मुक्ति मिल सकती है। आप पहले से ज्यादा एनर्जी अपने अंदर पाएंगे। साथ ही साथ ही इस समय आपके मान- सम्मान में बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं जो लोग राजनीति से जुड़े हुए हैं, उन्हें किसी पद की भी प्राप्ति हो सकती है। वहीं शनि देव के उदित होने से नौकरीपेशा लोगों का प्रमोशन या इंक्रीमेंट हो सकता है। वहीं अविवाहित लोगों को विवाह का प्रस्ताव आ सकता है।
मेष राशि (Aries Zodiac)
शश महापुरुष राजयोग बनने से मेष राशि के लोगों की इनकम में जबरदस्त इजाफा हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी राशि से आय के स्थान में उदित होने जा रहे हैं। इसलिए इस समय आर्थिक सुधार के लिए बनाई गई योजना भी सफल होगी।
नौकरी पेशा वाले जातकों के लिए प्रमोशन और वेतन वृद्धि के योग बनेंगे। साथ ही कारोबारियों की इनकम में जबरदस्त इजाफा हो सकता है। वहीं इस समय आपको शेयर, सट्टा और लॉटरी में अच्छा धनलाभ हो सकता है।
नोट: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यता और लोक मान्यता पर आधारित है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं भी हो सकता। सामान्य हित और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए यहां इसे प्रस्तुत किया जा रहा है।