कुछ लोग अपने बड़े-बुजुर्गों की इच्छा पूरी करने के लिए तमाम तरह की जतन करते हैं, इसके लिए उन्हें चाहे जितनी भी परेशानी झेलनी पड़े, लेकिन पीछे नहीं हटते हैं। ऐसे परिवार के बुजुर्ग भी अपने नाती-पोतों की खुशहाली के लिए मन से आशीष देते हैं। हालांकि कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो अपने बुजुर्गों की इच्छाओं को पूरा करना चाहते तो हैं, लेकिन कम संसाधन और धन की कमी से नहीं कर पाते हैं। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के फ्लोट गांव में गुरुवार को एक युवक पंजाब से अपनी नई-नवेली दुल्हन को हेलिकॉप्टर से घर ले आया। उसके दादा की इच्छा थी कि बहू का आगमन जोरदार और थोड़ा अलग तरीके से हो।
हेलिकॉप्टर उतारने के लिए तैयार किया गया खास हेलीपैड
दादा की इच्छा पूरी करने के लिए पोते ने यह तरीका खोजा और पत्नी को हेलिकॉप्टर से अपने गांव ले आया। गांव में हेलिकॉप्टर को उतारने के लिए विशेष हेलीपैड बनाया गया था। इस दौरान हेलिकॉप्टर को देखने के लिए गांव में भारी भीड़ जुटी। कठुआ के कारोबारी अजित मेहता के बेटे पारस का कहना है कि उनके दादा जी की इच्छी थी कि बहू की डोली खास अंदाज में आनी चाहिए। हेलिकॉप्टर से बहू को लाकर उनके सपनों और इच्छाओं को पूरा किया है।
दुल्हन बोली- अपनी खुशी को बताने के लिए नहीं हैं शब्द
दुल्हन स्माइली पंजाब के दीनानगर जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने हेलिकॉप्टर से अपने ससुराल पहुंचने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मैं बहुत खुश हूं। मेरे पास अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं।”
जिस समय हेलिकॉप्टर गांव में उतरा, उस समय पटाखों की तेज आवाज और ढोलक की थाप के बीच ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने नवविवाहित जोड़े का स्वागत किया। ग्रामीण पहली बार गांव में एक हेलिकॉप्टर उतरते देख खुशी महसूस कर रहे थे। ग्रामीणों के लिए यह एक अचरज भरा दृश्य था। छोटे से गांव में जहां कार भी बहुत कम आती है, उस गांव में हेलिकॉप्टर देखना लोगों के लिए बड़ी बात है।
अपनी दुल्हन को हेलिकॉप्टर में बैठाकर ससुराल लाने के लिए पारस को काफी पैसे भी खर्च करने पड़े हैं। उसने कटरा से छह लाख रुपये में प्राइवेट हेलिकॉप्टर बुक किया था।