Monday, September 25, 2023

‘मुगलों ने जो कुछ किया बुरा किया तो गिरा दो ताजमहल और लाल किला’ : नसीरुद्दीन शाह

नसीरुद्दीन शाह ने हाल ही में मुगलों को लेकर बयान दिया है। इन दिनों शाह ZEE5 की वेब सीरीज ‘ताज – डिवाइडेड बाय ब्लड’ को लेकर सुर्खियों में हैं। इसमें उन्होंने राजा अकबर का किरदार निभाया है। ये वेब सीरीज मुगलों के राज में राजा-महाराजाओं के कामकाज और उत्तराधिकारों के बारे में है। नसुरीद्दीन शाह अपने विचारों को बेबाकी से पेश करने के लिए जाने जाते हैं, एक बार फिर उन्होंने ऐसा ही किया है। शाह ने कहा है कि मुगलों का अपमान नहीं किया जाना चाहिए।

मुगलों को लेकर कही ये बात

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए शाह ने कई मुद्दों पर बात की। अभिनेता का कहना है कि जो लोग उनके विचारों का विरोध करने के आदी हैं, वे उनकी बात को कभी नहीं समझ पाएंगे। शाह से सवाल किया गया कि वह देश को कैसे देखते हैं जो यह मानता कि इसके साथ जो कुछ भी गलत हुआ है वह मुगलों के समय से है। इसपर शाह ने कहा, “ये मुझे हैरान करता है, क्योंकि यह बहुत ही हास्यास्पद है। मेरा मतलब है, लोग अकबर और नादिर शाह या बाबर के परदादा तैमूर जैसे जानलेवा आक्रमणकारी के बीच अंतर नहीं बता सकते।”

शाह ने आगे कहा,”ये वो लोग थे जो यहां लूट करने आए थे, मुगल यहां लूट करने नहीं आए थे। वे इसे अपना घर बनाने के लिए यहां आए थे और उन्होंने यही किया। उनके योगदान को कौन नकार सकता है?”

शाह ने कहा,”ऐसा सोचना कि मुगल में केवल बुराई थी, ये देश के इतिहास की समझ की कमी को दर्शाता है। हो सकता है कि इतिहास की किताबें भारत की स्वदेशी संस्कृति की कीमत पर मुगलों के महिमामंडन की हद तक बहुत दयालु थीं, लेकिन इतिहास में उनके समय को विनाशकारी के रूप में खारिज नहीं किया जाना चाहिए।”

“यकीन है कि वे अकेले नहीं हैं। दुर्भाग्य से स्कूल में इतिहास ज्यादातर मुगलों या अंग्रेजों पर आधारित था। हम लॉर्ड हार्डी, लॉर्ड कार्नवालिस और मुगल सम्राटों के बारे में जानते थे, लेकिन हम गुप्त वंश, या मौर्य वंश, या विजयनगर साम्राज्य, अजंता की गुफाओं के इतिहास, या पूर्वोत्तर के बारे में हम अंजान थे। हमने इनमें से कोई भी चीज नहीं पढ़ी क्योंकि इतिहास अंग्रेजों या एंग्लोफाइल्स द्वारा लिखा गया था और मुझे लगता है कि यह वास्तव में गलत है।

शाह ने कहा कि मुगलों को हमारी अपनी स्वदेशी परंपराओं की कीमत पर महिमामंडित किया गया है। शायद यह सच है लेकिन उन्हें खलनायक बनाने की भी जरूरत नहीं है। शाह ने कहा कि अगर मुगल साम्राज्य इतना ही खराब था तो इसका विरोध करने वाले उनकी बनाई गए स्मारकों को गिरा क्यों नहीं देते।

लाल किले को की गिराने की बात
शाह ने कहा,”उन्होंने जो स्मारक बनाए हैं। अगर उन्होंने जो कुछ भी किया वह खराब था, तो ताजमहल को गिरा दो, लाल किले को गिरा दो, कुतुब मीनार को गिरा दो। लाल किले को हम पवित्र क्यों मानते हैं, इसे एक मुगल ने बनवाया था। हमें उनका महिमामंडन करने की जरूरत नहीं है, लेकिन उन्हें बदनाम करने की भी जरूरत नहीं है।

Related Articles

नवीनतम