AAP : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गिरफ्तार कर लिया है। वह दिल्ली शराब घोटाले मामले में लगातार सीबीआई की पूछताछ का सामना कर रहे थे। उनकी गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली सरकार विधानसभा में बजट पेश करने के लिए पूरी तैयार है।
मनीष सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त और गृह सहित कुल 18 विभाग हैं। उन्हें सरकार के साथ-साथ पार्टी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सबसे भरोसेमंद सहयोगी माना जाता रहा है।
दो मंत्रियों के बिना ‘आप की सरकार’
फिलहाल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा सवाल यह है कि सरकार अपने दो सबसे वरिष्ठ मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के बिना कैसे काम करेगी।
कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में सत्येंद्र जैन पिछले 9 महीनों से तिहाड़ जेल में हैं। इन महीनों के दौरान मनीष सिसोदिया ने प्रमुख विभागों को अपनी नजर में रखा है।
इनमें गृह, स्वास्थ्य, बिजली और पीडब्ल्यूडी शामिल हैं। शिक्षा, वित्त, सतर्कता और रोजगार जैसे विभागों के उनके पास पहले से थे।
अपनी गिरफ्तारी से पहले मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्हें सात से आठ महीने के लिए जेल जाना पड़ सकता है। आम आदमी पार्टी को अब या तो सिसोदिया और जैन को मंत्रियों के पद से हटाना होगा या और नए चेहरों को लाने या कम ताकत पर काम करना जारी रखने का फैसला करना होगा।
नियम के मुताबिक दिल्ली कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत सात मंत्री ही हो सकते हैं। अगर इन दोनों को नहीं हटाया गया, तो आप को केजरीवाल के साथ-साथ अपने मंत्रियों कैलाश गहलोत, गोपाल राय, राज कुमार आनंद और इमरान हुसैन से काम चलाना पड़ेगा।
बजट पेश करने के लिए तैयार है आप सरकार
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आप सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बजट पेश करना है। आम आदमी पार्टी (आप) सूत्रों के मुताबिक राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत अगले वित्त वर्ष के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश कर सकते हैं।
आप मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर पहले से ही तैयार नजर आ रही थी। इसे लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बयान भी दे चुके थे। इसीलिए सरकार ने बजट को लेकर पहले से पूरी तैयारी की हुई थी। 2023-24 का बजट अगले महीने पेश किया जाना है।