Thursday, September 28, 2023

IIT Roorkee: कैसा होती है IIT स्टूडेंट की कॉलेज लाइफ ? क्लासेज, स्पोर्ट्स, हॉस्टल का खाना, यारी-दोस्ती…

IIT Roorkee: इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने सपने देखने वाले प्रत्येक स्टूडेंट्स का सपना आईआईटी में दाखिला लेने का होता है. हर साल लाखों स्टूडेंट्स आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई (JEE Main) परीक्षा में बैठते हैं. स्टूडेंट्स आईआईटी में होने वाली पढ़ाई और कैंपस लाइफ को सोचकर रोमांचित होते हैं. हों भी क्यों नहीं, आखिर आईआईटी कॉलेज देश के प्रीमियर इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूशन जो हैं. तो हम आपको ले चलते हैं आईआईटी रुड़की. जानेंगे कि एक आईआईटी स्टूडेंट का क्या एक्सपीरियंस है.

आईआईटी रुड़की के स्टूडेंट निश्चय सचदेवा ने इंडियन एक्सप्रेस न्यूजपेपर से अपने एक्सपीरियंस शेयर किए हैं. सचदेवा बताते हैं कि उन्होंने नौवीं क्लास में आईआईटी के बारे में सुना था कि किस तरह वहां स्टूडेंट्स को ग्रूम किया जाता है. इसक बाद उन्होंने इंजीनियर बनने का फैसला किया. वह बताते हैं कि उनका झुकाव भी फिजिक्स और मैथ्स की ओर था. निश्चय सचदेवा के पिता का कपड़ों का कारोबार है. मां एक गृहणी हैं. वह अपने परिवार से पहले इंजीनियर होंगे.

बड़ी लाइब्रेरी और अच्छी स्पोर्ट्स फैसिलिटी

निश्चय सचदेवा बताते हैं कि मैं जेईई मेन के बाद जेईई एडवांस में बैठा. जिसमें ऑल इंडिया 1302 रैंक आई. काउंसलिंग के समय मेरे सामने तीन ऑप्शन थे- आईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करूं, आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग करूं या आईआईटी रुड़की में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में दाखिला लूं. मुझे आईआईटी रुड़की से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकशन इंजीनियरिंग करना बेस्ट लगा. यह एक प्रतिष्ठित कॉलेज है. कॉलेज कैंपस विशाल और सुंदर है. यहां एक बड़ी लाइब्रेरी है, जिसमें लगभग सभी सब्जेक्ट की किताबें मिल जाती हैं. कॉलेज स्पोर्ट्स फैसिलिटी के मामले में भी बहुत अच्छा है. यहां सीखने और एक्सप्लोर करने के लिए बहुत कुछ है.

सुबह 7:30 बजे शुरू होता है दिन

फिल्मों में दिखाई गई एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की लाइफ से एक रियल आईआईटी स्टूडेंट की लाइफ काफी अलग होती है. दिन सुबह बहुत जल्दी शुरू हो जाता है. 12वीं तक स्कूल सुबह 10 बजे शुरू होकर शाम 4 बजे तक होता है. लेकिन आईआईटी में यह सुबह आठ बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक होता है. निश्चय सचदेवा बताते हैं कि उनका दिन सुबह साढ़े 7 बजे शुरू होता है. आठ बजे प्रैक्टिकल होते हैं. इसके बाद लंच ब्रेक हो जाता है. यह लंबा होता है. इसके बाद दोपहर 2 बजे से शाम छह बजे तक लेक्चरर होते हैं. इसके बाद बैडमिंटन खेलना, लाइब्रेरी जाना और दोस्तों के साथ वक्त बिताना उनके डेली शेड्यूल का हिस्सा है.

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