fbpx
Friday, March 31, 2023

पाकिस्तानी लेखिका की मदद से जब बॉलीवुड फिल्म हुई सुपरहिट, नहीं लिया क्रेडिट, दिखी अनूठी लव स्टोरी

फिल्म ‘हिना’ (Henna) राज कपूर (Raj Kapoor) का अधूरा सपना था, जिसे उनके बड़े बेटे रणधीर कपूर ने पूरा किया. ऋषि कपूर और जेबा बख्तियार के अभिनय से सजी फिल्म 1991 में रिलीज हुई और सुपरहिट रही. राज कपूर जब 1970 में ‘मेरा नाम जोकर’ की शूटिंग कर रहे थे, तब उन्होंने एक शेर सुना जो कुछ ऐसा है- ‘सुर्ख-रू होता है इंसां ठोकरें खाने के बाद, रंग लाती है हिना पत्थर पे पिस जाने के बाद.’ उन्हें इसी शेर से फिल्म का टाइटल सूझा और फिल्म बनने की कवायद शुरू हुई. इस फिल्म के गाने और डायलॉग आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं. हैरानी की बात यह है कि इस फिल्म के शानदार डायलॉग एक पाकिस्तानी लेखिका ने लिखे थे, जिसके लिए उन्होंने कोई क्रेडिट भी नहीं लिया था और राज कपूर को जेबा बख्तियार को कास्ट करने का सुझाव दिया था.

राज कपूर ने अपने मित्र और लेखक ख्वाजा अहमद अब्बास से फिल्म ‘हिना’ को लेकर बात की और इस पर एक कहानी लिखने के लिए कहा था. अब्बास साहब ने कुछ दिनों में एक कहानी लिख डाली और राज कपूर को थमा आए. उस समय ‘मेरा नाम जोकर’ रिलीज हुई थी, जो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी, इसलिए उन्होंने ‘हिना’ को बनाने का आइडिया कुछ वक्त के लिए टाल दिया, लेकिन उनकी अगली फिल्म ‘बॉबी’ सफल रही, तो उन्हें फिर ‘हिना’ की याद आई.

राज कपूर ने तय किया कि वे ‘हिना’ में रणधीर कपूर के अपोजिट नफीसा अली को कास्ट करेंगे. उन्होंने शूटिंग के सिलसिले में जब पाकिस्तान सरकार से बात की तो किसी वजह से बात नहीं बन पाई. मजबूरन राज कपूर को एक बार फिर फिल्म का काम रोकना पड़ा. ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ और ‘प्रेम रोग’ बनाने के बाद राज कपूर को एक बार फिर ‘हिना’ को बनाने का ख्याल आया. अब वे फिल्म में छोटे बेटे राजीव कपूर को लेना चाहते थे. उन्हें इस बार पाकिस्तान से शूटिंग की अनुमति मिल तो गई, पर वे शूटिंग शुरू होने से पहले ही चल बसे.

रणधीर कपूर ने राजीव की जगह ऋषि को किया कास्ट
राज कपूर दुनिया छोड़ने से पहले बेटे रणधीर को ‘हिना’ के निर्देशन की जिम्मेदारी सौंप गए थे. इसके बाद, पिता के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए, रणधीर काम में जुट गए. उन्होंने मझले भाई ऋषि कपूर के स्टारडम को देखते हुए राजीव की जगह उन्हें कास्ट किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज कपूर शुरू में फिल्म में लीड रोल के लिए पाकिस्तानी पॉप स्टार नाजिया हसन को लेना चाहते थे, पर वे सिंगिंग पर ध्यान देना चाहती थीं, इसलिए फिल्म में काम करने से मना कर दिया.

क्रेडिट लिए बिना लिखे फिल्म के डायलॉग
राज कपूर जब ‘हिना’ पर काम कर रहे थे, तब उनकी मुलाकात पाकिस्तान की लेखिका हसीना मोइन से हुई. कहते हैं कि उन्होंने फिल्म के जबरदस्त संवाद लिखे थे, पर क्रेडिट लेने से मना कर दिया था. इसलिए, राज कपूर साहब को मजबूरन क्रेडिट में जैनेंद्र जैन का नाम डालना पड़ा. वे जब फिल्म के लिए संवाद लिख रही थीं, तब उन्होंने जेबा बख्तियार के बारे में राज कपूर को बताया जो तब एक लोकप्रिय टीवी एक्ट्रेस थीं. राज कपूर ने जेबा के काम को देखने के बाद उन्हें फिल्म में लेने का मन बना लिया था, पर संपर्क होने से पहले वे इस दुनिया से कूच कर गए. उन्होंने 2 जून 1988 को अंतिम सांस ली थी.

रणधीर कपूर ने जब हसीना मोईन से संपर्क किया
जब यह पूरा किस्सा रणधीर कपूर को पता चला, तो उन्होंने हसीना मोइन के जरिये जेबा से संपर्क किया. उन्होंने जेबा को ऑडिशन के लिए भारत बुलाया. उनके टैलेंट से रणधीर के साथ-साथ ऋषि कपूर काफी प्रभावित हुए और उन्हें फिल्म में कास्ट कर लिया. फिल्म 28 जून 1991 को रिलीज हुई और सुपरहिट रही. इस फिल्म को बनने में 20 साल लग गए थे. कहते हैं कि उस दौर में फिल्म 4 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुई थी, जिसने दुनियाभर में 12 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था.

Related Articles

नवीनतम