भोपाल. मध्य प्रदेश में चयनित शिक्षक पिछले 5 साल से अपनी नियुक्तियों की बाट जोह रहे हैं. नियुक्ति का इंतजार करके थक चुके चयनित शिक्षकों ने सोमवार को लोक शिक्षण संचालनालय के बाहर धरना दिया. उन्होंने सरकार से मांग की कि चयनित शिक्षकों की जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए. प्रदर्शन करने वाले चयनित शिक्षकों का कहना है कि दिसंबर 2022 में ही सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसके बावजूद स्कूलों में उनकी नियुक्ति नहीं हो रही है, जबकि दूसरी तरफ शिक्षकों की नई भर्तियां भी शुरू हो चुकी हैं. प्रदर्शनकारी चयनित शिक्षकों का कहना है कि नियुक्ति न मिलने तक उनका धरना जारी रहेगा.
9000 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति का इंतजार
मध्यप्रदेश में चयनित शिक्षकों की दूसरे चरण की संयुक्त काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. दिसंबर 2022 में सयुंक्त काउंसलिंग के जरिए शिक्षकों की चयन सूची और शाला चयन की सारी प्रक्रिया भी संपन्न हो चुकी है. जिसमें उच्च माध्यमिक के 2750 पद और माध्यमिक शिक्षक के 6539 रिक्त पदों पर शिक्षकों को नियुक्तियां होनी हैं. शिक्षकों का कहना है सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी नियुक्तिक का आदेश जारी नहीं किया गया है. खाली पदों पर जल्द से जल्द हो शिक्षकों को नियुक्तियां हों.
नियुक्ति को लेकर शासन से नही मिली अनुमति
धरना प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना है कि जब लोक शिक्षण संचालनालय में अधिकारियों से बात की उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया. अधिकारियों ने कहा कि सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. लेकिन सरकार की ओर से ही नियुक्ति का आदेश जारी नहीं हुआ है. शासन से अनुमति मिलते ही चयनित शिक्षकों के लिए नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए जाएंगे. अभी तक नियुक्ति देने आदेश जारी नहीं किया गया है.
प्राथमिक शिक्षक भर्ती में वैकेंसी बढ़ाने के लिए भी आंदोलन
उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक जल्द से जल्द नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ प्राथमिक शिक्षक पद बढ़ाने की मांग को लेकर भी बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं. प्राथमिक शिक्षक भर्ती में 51,000 पद बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदेश भर के मंगलवार को राजधानी भोपाल में जुटेंगे. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले तक पैदल मार्च निकालकर शिक्षक भर्ती परीक्षा में 51000 पद बढ़ाने की मांग करेंगे.