‘मेरा दिल ये पुकारे…’, ‘लग जा गले…’, ‘आजा पिया तोहे प्यार दूं…’, ‘तेरे बिना जिंदगी से…’ जैसे कई गाने हैं जो सिर्फ गायिका के नाम से ही पहचाने जाते हैं. जी हां, आपने सही सोचा ‘लता मंगेशकर’ (Lata Mangeshkar). बॉलीवुड की सबसे पसंदीदा सिंगर, जिस भी गाने को छूती थी वह जादू की तरह लोगों के दिलों में बस जाया करता था. वे कितनी महान सिंगर थीं, यह तो सब ही जानते हैं लेकिन वे अपने उसूलों की भी बहुत पक्की थीं. वे किसी भी कीमत में इससे समझौता नहीं करती थीं. उनकी इस बात का उन्हें जानने वाला हर शख्स मुरीद था. आइए, एक किस्सा बताते हैं…
लता मंगेशकर का जन्म 18 सितम्बर 1929 को इंदौर में हुआ था. संगीत और गायन का उन्हें बचपन से ही शौक था. लता ने अपनी आवाज से ना सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई. स्वर कोकिला ने कई गानों को अपनी आवाज सदाबहार बनाया. 6 फरवरी 2022 को भारत रत्न लता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था.
सिद्धांतों से नहीं करती थीं समझौता
लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोसले भी बॉलीवुड में किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. वे अपनी दीदी लता की एक बात की आज भी कायल हैं. आशा जब एक रियलिटी शो में आई थीं तो उन्होंने बताया था कि दीदी उसूलों की बहुत पक्की थीं. वे किसी भी कीमत पर अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करती थीं. आशा ने इस दौरान बताया, ‘एक दफा लता दीदी को एक बड़े घर की शादी के फंक्शन में गाने का प्रस्ताव मिला था. लेकिन दीदी कभी भी किसी के पर्सनल फंक्शन में गाने के लिए नहीं जाती थीं.’
साफ कर दिया इनकार
आशा ने आगे बताया, ‘यह शादी लंदन में थे और काफी पैसे वाली पार्टी थी. उन्होंने हम दोनों बहनों को बुलाया था और 1 1 करोड़ देने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन दीदी ने उनके प्रतिनिधि को साफ मना कर दिया था और कह दिया था कि यदि आप 5 करोड़ भी देंगे तो भी मैं नहीं गाउंगी. मुझे लगता है कि यह बात हर कलाकार के अंदर होनी चाहिए.’