हिंदी सिनेमा में हर कलाकार का अपना एक समय होता जिस समय में उसके ही नाम का डंका बजता है. 90 के दशक में बॉलीवुड के कॉमेडियन एक्टर गोविंदा का भी ऐसा ही समय था जब उन्होंने खूब वाहवाही लूटी थी. उस दौर में उनकी फिल्में धमाल मचा दिया करती थीं. हालांकि अब लगता है कि एक्टर का दौर खत्म सा होता जा रहा है. पार्टनर के बाद अब तक उनकी जितनी भी फिल्में आईं सब फ्लॉप ही हुईं. किसी सोलो फिल्म में भी नजर नहीं आ रहे हैं, जबकि गोविंदा ने अपने समय में भंसाली जैसे फिल्मेकर तक की फिल्में रिजेक्ट कर दी थी. इस बात का खुलासा खुद गोविंदा ने किया था.
गोविंदा ने अपने दौर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया हैं. उनकी फिल्मों लोगों को उनका मुरीद बना देती थी. उनकी नंबर 1 वाली सीरीज की फिल्में तो कमाल कर देती थी. इनमें हीरो नंबर वन, कुली नंबर वन जैसी कई शानदार फिल्में शामिल हैं. उस दौर में गोविंदा और करिश्मा कपूर की जोड़ी काफी हिट हुई थी. दोनों ने साथ में कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया है. लेकिन एक समय के बाद उनकी कई फिल्में फ्लॉप हुईं और उसी समय वह राजनीति की ओर गए और एक बार मुंबई अँधेरी से सांसंद भी बने पर उनका ज्यादा दिन तक वहां भी करियर सफल नहीं हो पाया.
क्यों ठुकराई ताल और देवदास जैसी फिल्में
गोविंदा ने आजतक को साल 2018 में दिए एक इंटरव्यू में कई अहम खुलासे किए थे. उन्होंने बताया था कि कभी वह महज 2 हफ्तों में 49 फिल्में साइन करते थे. उनके पास अपनी फिल्मों की शूटिंग तक कंप्लीट करने का वक्त नहीं होता था. मेकर्स हमेशा गोविंदा को अपनी हर फिल्म में देखना चाहते थे. आज भले ही गोविंदा अपने फिल्मी करियर को पुनर्जीवित करने के लिए छटपटा रहे हैं, लेकिन उन्होंने एक जमाने में ताल और देवदास जैसी फिल्में भी छोड़ दी थी. गोविंदा ने बताया था कि ये फिल्में उनके लिए थी ही नहीं देवदास में उन्हें चुन्नीलाल का रोल ऑफर किया गया था. उन्होंने कास्टिंग डायरेक्टर से पूछा कि क्या वह चुन्नीलाल की तरह किसी को शराब पिला कर मार सकते हैं? उन्होंने नहीं, तो फिर मैं इस किरदार के लिए सही नहीं हूं. जबकि ताल में अनिल कपूर वाला रोल गोविंदा को ऑफर किया गया था. जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था.
ये था गोविंदा का डांस सीक्रेट
अपने इंटरव्यू गोविंदा ने अपने डांस सीक्रेट के बारे में भी बताया, उन्होंने कहा, डांस जो बिना कुछ कहे बहुत कुछ कह जाए वही गोविंदा का डांस है. दरअसल मेरे आदरणीय मामाजी लच्छू जी महाराज ने मुझसे बताया था कि गोविंद जब तुम डांस करो तो ऐसा नहीं लगना चाहिए कि तुम डांस करने के लिए डांस कर रहे हो. उन्होंने मुझे बिना बोले बात करने का तरीका समझाते हुए तबले के बोल सुनाए. साथ ही समझाया था कि जिस वक्त इंसान दिखावे के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए डांस करता है तो वो डांस होता है.
गोविंदा के सामने बड़ी मुश्किल
फिल्मी जानकारों का मानना है कि देखते ही देखते गोविंदा पर फ्लॉप होने का टैग लगने लगा था. ‘पार्टनर’ के बाद से गोविंदा ने दर्जन भर फिल्मों में काम किया है लेकिन उनकी कोई भी फिल्म हिट नहीं हो पाई. यहां तक की उनकी रणवीर सिंह के साथ बनी फिल्म ‘किल दिल’ भी सफल नहीं हो पाई. आदित्य चोपड़ा के साथ बनी फिल्म फ्लॉप हो जाने के बाद डिस्ट्रीब्यूटर्स ने गोविंदा से जैसे किनारा कर लिया है.