श्रद्धा हत्याकांड मामले में सोमवार को पुलिस ने आरोपित आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ दलीलें पेश कीं. इस दौरान श्रद्धा की रिकॉर्डिंग भी सुनाई गई, जिसमें वो कहती हुई सुनाई दे रहे है, ‘वो मुझे ढूंढ निकालेगा और फिर मार देगा.’ कोर्ट में श्रद्धा के पिता विजय वालकर भी मौजूद थे. दिल्ली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कई सबूत पेश किए. साकेत कोर्ट में पुलिस ने कहा कि इस मामले में घटनाओं की परिस्थितियों को देखते हुए आफताब के अपराध के बारे में एक निष्कर्ष निकलता है कि आरोपी ने सोच-समझ कर इस घटना को अंजाम दिया है.
श्रद्धा को पीटता था आफताब
दिल्ली पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला है कि श्रद्धा ने आरोप लगाया था कि आफताब उसको मारता था, गाली देता था. आफताब ने उसे मारने की कोशिश की थी और साथ ही उसको टुकड़ों में काटने की धमकी दी थी. दिल्ली पुलिस के वकील ने कहा कि श्रद्धा वालकर Feom Practo App के जरिये डॉक्टर से काउंसलिंग करा रही थी.
कोर्ट में चलाई गई श्रद्धा की क्लिप
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक विशेष लोक अभियोजक अमित प्रसाद, जो राज्य की ओर से उपस्थित हुए, उन्हों साकेत जिला अदालत में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मनीषा खुराना कक्कड़ की अदालत के समक्ष वालकर की ऑडियो क्लिप चलाई, क्योंकि उन्होंने तर्क दिया कि श्रद्धा और आफताब का रिलेशनशिप हिंसक था. बता दें कि आफताब ने पिछले साल 18 मई को एक डेटिंग ऐप पर एक व्यक्ति से कथित तौर पर मिलने को लेकर दोनों के बीच लड़ाई होने के बाद श्रद्धा की हत्या कर दी थी.
काउंसलर के साथ दोनों ने एकसाथ बैठकर लिया था सेशन
पुलिस की जांच एक ऑनलाइन काउंसलिंग ऐप की ऑडियो रिकॉर्डिंग पर निर्भर करती है, जिसमें आफताब और श्रद्धा ने अगस्त, 2021 में मनोवैज्ञानिकों के साथ दो सेशन लिए थे. ऐसे ही एक सत्र में, श्रद्धा मनोवैज्ञानिक से कहती हैं कि जब भी उनके बीच बहस होती है, “आफताब मौखिक रूप से बहस में शामिल नहीं होता है, लेकिन उसे पीटना शुरू कर देता है”.
आफताब ने कई बार मारने की कोशिश की!
साथ ही श्रद्धा ने कथित तौर पर यह भी कहा, “न केवल शारीरिक हिंसा बल्कि आफताब ने कई बार जान से मारने की कोशिश की. यह पहली बार नहीं है जब उसने मुझे मारने की कोशिश की. मुझे नहीं पता कि कितने कई बार उसने मुझे मारने की कोशिश की. यह पहली बार नहीं है जब उसने मुझे मारने की कोशिश की… जिस तरह से उसने मेरी गर्दन पकड़ी… मैं 30 सेकंड या उससे थोड़ा ज्यादा सांस नहीं ले पा रही थी. शुक्र है कि मैंने उसके बाल खींचकर अपना बचाव कर लिया.”