दुनियाभर में इस्लाम को मानने वालों ने रमज़ान के महीने में रोजा रखना शुरू कर दिया है. भारत में आज पहला रोजा है. मुसलमानों के लिए रमज़ान का महीना सबसे पवित्र होता है. अलग-अलग देशों के अलग अलग शहरों में दिन की लंबाई अलग होने के कारण रोजे की लंबाई भी अलग होती है. किसी शहर में रोजेदारों को ज्यादा घंटों तक बिना खाना-पानी रहना होता है तो कुछ शहरों में रोजा इफ्तारी थोड़ा जल्दी हो जाती है. रमज़ान का महीना चांद दिखने पर शुरू होता है और अगली दिन से रोजे शुरू हो जाते हैं.
इस्लाम को मानने वाले हिजरी कैलेंडर के हिसाब से अपने त्योहार मनाते हैं. हिजरी कैलेंडर के हिसाब से 7वां महीना रज्जब होता है तो रमज़ान 9वां महीना है. भारत में बृहस्पतिवार की रात चांद दिखाई दिया और आज यानी 24 मार्च 2023 को देश के मुसलमान पहला रोजा रख रहे हैं. रोजेदार सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं. रोजा सुबह सहरी से शुरू होता है और शाम को इफ्तार तक चलता है. भारत में इस बार रोजा लोगों को सवा 14 घंटे रोजा रखना होगा. आइए जानते हैं बाकी जगहों पर रोजा कितने घंटों का होगा.
सबसे लंबा रोजा कहां पर होगा?
इस बार ग्रीनलैंड के नुउक शहर में 17 घंटे का सबसे लंबा रोजा है. इसके अलावा आइसलैंड के रिक्जेविक, फिनलैंड के हेलसिंकी, स्वीडन के स्टॉकहोम और स्कॉटलैंड के ग्लासगो में भी 17 घंटे का रोजा है. वहीं, नॉर्वे के शहर ओस्लो में 16 घंटे 26 मिनट का रोजा है. नीदरलैंड के एम्स्टर्डम में रोजेदार 16 घंटे का रोजा रख रहे हैं. साथ ही पोलैंड, कजाकिस्तान, बेल्जियम के ब्रसेल्स में भी रोजा 16 घंटे लंबा है. ब्रिटेन की राजधानी लंदन में लोग 15 घंटे 55 मिनट लंबा रोजा रख रहे हैं. फ्रांस के पेरिस में रोजेदार 15 घंटे तक बिना खाना-पानी रहकर रोजा रखेंगे.
मक्का में कितने घंटे का है रोजा?
मुसलमानों के सबसे पवित्र शहर मक्का में इस साल रोजेदार 13 घंटे 44 मिनट तक रोजा रखकर इबादत करेंगे. वहीं, नाइजीरिया के शहर लागोस में हर रोजेदार 13 घंटे 29 मिनट लंबा रोजा रखेगा. दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में रोजा 13 घंटे 10 मिनट का है. ऑस्ट्रेलियाई शहर मेलबर्न में रोजा 12 घंटे 55 मिनट का है. इराक के बगदाद, लेबनान के बेरूत, सीरिया, मिस्र, यरूशलम, कुवैत सिटी, फिलिस्तीन के गाजा शहर, हांगकांग, बांग्लादेश के ढाका, ओमान के मस्कट, सऊदी अरब के रियाद और कतर के दोहा में भी रोजा 14 घंटे का ही होगा.
कहां पर कम घंटों का होगा रोजा?
इस साल सबसे छोटा रोजा न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में होगा. यहां पर रहने वाले मुसलमानों को 12 घंटे लंबा रोजा रखना होगा. रोजे की लंबाई सूर्योदय और सूर्यास्त से तय होती है. जिस शहर में दिन जितना लंबा होता है, रोजे की लंबाई भी उतनी ही बढ़ जाती है. इस बार चिली के पोर्ट मोंट, ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा, उरुग्वे के मोंटेवीडियो, दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन, पराग्वे के इस्ट सिटी, अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में 12 घंटे के रोजे हैं. इसके अलावा सिंगापुर, केन्या के नैरोबी, अंगोला के लुआंडा, ब्राजील के ब्रासीलिया, जिम्बाब्वे के हरारे और दक्षिण अफ्रीका जोहान्सबर्ग में 13 घंटे का रोजा रखा जा रहा है.