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Sunday, June 11, 2023

नरगिस की वजह से दिलीप कुमार ने ठुकरा दिया था बड़ा ऑफर, रखी गई थी खास स्क्रीनिंग, मील का पत्थर साबित हुई फिल्म

 साल 1957 में रिलीज हुई महबूब खान की एक ब्लॉकबस्टर फिल्म थी मदर इंडिया (Mother India). इस फिल्म में नरगिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार, कन्हैयालाल और राज कुमार ने अपने किरदारों से सबके होश उड़ा दिए थे. फिल्म का डायरेक्शन जाने माने इंडियन डायरेक्टर महबूब खान ने किया था. नौशाद का संगीत, नरगिस (Nargis) और सुनील दत्त( Sunil Dutt) की शानदार अदाकारी वाली ये फिल्म ऑस्कर तक पहुंच गई थी. आज हम आपको इस फिल्म से जुड़ा किस्सा बताने जा रहे हैं.

इस फिल्म की कहानी एक ऐसी पत्नी और एक ऐसी मां की थी जो अपने कर्तव्यों के लिए हमेशा तैयार रही. कभी गलत के सामने सिर नहीं झुकाया. बुरी स्थिति आने पर नारी कैसे अपना अलग रूप धारण कर अपने बच्चों की अकेले भी परवरिश कर सकती है. ये फिल्म में बड़ी खूबसूरती से दिखाया गया था. इस फिल्म की कहानी, किरदार, संगीत और गानों ने लोगों को दीवाना बना दिया था. इस फिल्म का ऑफर पहले दिलीप कुमार को भी दिया गया था. क्योंकि इससे पहले भी दिलीप और नरगिस कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके थे, जो काफी हिट हुई थीं. लेकिन नरगिस की वजह से दिलीप कुमार ने इस ब्लॉकबस्टर फिल्म का ऑफर ठुकरा दिया था. वजह भी काफी दिलचस्प है.

जब दिलीप कुमार के किरदार पर अटक गई बात
जब महबूब खान फिल्म की स्क्रिप्ट सुनाने दिलीप साहब के पास गए तो दिलीप साहब बहुत हैरान हुए थे. हालांकि पहले भी नरगिस के साथ दिलीप साहब ने कुछ हिट फिल्में की हुई थी. सब ठीक था लेकिन मां बेटे के रोल को लेकर बात अटक गई थी. दिलीप कुमार एक्ट्रेस के बेटे का रोल नहीं निभाना चाहते थे. क्योंकि दोनों कई फिल्मों में पहले रोमांटिक अंदाज में नजर आ चुके थे. नरगिस का भी मानना था कि कुमार को उनके बेटे के तौर पर लोग पसंद नहीं करेंगे. इस तरह दिलीप कुमार इस फिल्म से बाहर हो गए. हालांकि बाद में ये रोल सुनील दत्त ने निभाया था.

फिल्म के बाद लीड रोल में नजर आने लगीं नरगिस
फिल्म मदर इंडिया में नेचर और मदर दोनों का ही एक अलग रूप देखने को मिला. इंसान की जिंदगी में कब कैसा वक्त आ जाए ये फिल्म में बखूबी दिखाया गया है. फिल्म में नरगिस ने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया जो अपने जीवन की मुश्किलों से अंत तक मजबूती से जूझती हुई खड़ी रहती है और गलत को दंडित करने में कदम पीछे नहीं हटाती फिर चाहे सामने उसका खुद का बेटा ही क्यों ना हो. इस फिल्म के बाद उन्हें हर फिल्म में लीड रोल में देखा गया.

बेहद खास थी फिल्म की स्क्रिनिंग
महबूब की फिल्म मदर इंडिया उस दौर की सबसे महंगी फिल्म थी. बॉक्स ऑफिस पर भी इस फिल्म ने कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. भारत की रियलिटी को दिखाने के लिए कई नेताओं और राजनेताओं के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग भी रखी गई थी. भारत के राष्ट्रपति और पीएम ने भी दिल्ली में एक विशेष स्क्रीनिंग में इस फिल्म को देखा.

महबूब खान उस दौर में महिला प्रधान फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर के रूप में जाने जाते थे. नरगिस और राजकुमार की फिल्म मदर इंडिया उनकी पहली महिला केंद्रित फिल्म नहीं थी. इस फिल्म में अपनी दमदार परफॉर्मेंस के लिए नरगिस को बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया और महबूब खान ने बेस्ट डायरेक्टर का खिताब जीता था. फिल्म 2010 में टाइम मैगज़ीन द्वारा सर्वश्रेष्ठ बॉलीवुड क्लासिक्स की सूची में भी शामिल हुई थी. सुनील दत्त ने इस फिल्म में (नरगिस) राधा के बेटे का किरदार निभाया था. लेकिन दोनों फिल्म के दौरान ही एक-दूजे को दिल दे बैठे और इस फिल्म के बाद दोनों ने शादी भी कर ली थी.

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