दुनिया भर में नींद के चलते होने वाले सड़क हादसों की संख्या काफी ज्यादा है. ज्यादातर लंबे सफर के दौरान लोगों को नींद आ जाती है जिसके चलते बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं. वैसे तो लंबे सफर के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेना जरूरी होता है लेकिन यदि आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं और नींद आने का अहसास हो तो गाड़ी चलाना बंद कर देना चाहिए. लेकिन फिर भी कुछ लोग ऐसा नहीं करते हैं और ये सोच कर कि नींद पर कंट्रोल कर लेंगे वे कार को ड्राइव करते रहते हैं. यही एक लापरवाही एक बड़े हादसे में तब्दील हो जाती है.
इसी के चलते अब कार कंपनियों ने एक ऐसा फीचर भी कारों में देना शुरू कर दिया है जो आपको ड्राइव के दौरान सोने नहीं देगा. और ड्राइवर को नींद आने की स्थिति में ये कार में बैठे दूसरे लोगों को भी सूचित करेगा. इंडियन कार मैन्युफैक्चरर्स में सबसे पहले महिंद्रा ने इस फीचर को अपनी दो एसयूवी में इंट्रोड्यूस किया है. आइये जानते हैं क्या है ये फीचर और किन गाड़ियों में ये दिया गया है.
क्या है ये फीचर
महिंद्रा ने एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) के साथ ही अब ड्राइवर ड्राउजिनेस डिटेक्शन (DDD) फीचर भी दे दिया है. ये फीचर ड्राइवर को नींद आने या झपकी लगने की स्थिति में अलर्ट कर देता है. कार के स्टीयरिंग व्हील पर वाइब्रेशन अलर्ट मिलता है. इस दौरान कार में लगातार अलार्म बजना शुरू हो जाता है और बड़ा हादसा होने से बच जाता है.
कार का ये फीचर ड्राइवर के मूवमेंट्स को स्टीयरिंग पर डिटेक्ट करता है. जब कार को कुछ देर तक स्टीयरिंग पर किसी भी तरह का कोई मूवमेंट नहीं मिलता है तो ये एक्टिव हो जाता है और कार के स्टीयरिंग व्हील पर वाइब्रेशन का अहसास होता है. इसी के साथ कुछ कारों में इस फीचर को और भी एडवांस सिस्टम के तौर पर दिया गया है. ऐसे में ड्राइवर के नशे में होने की स्थिति में भी ये फीचर कार को स्टार्ट नहीं करता है.
किन गाड़ियों में ये फीचर
महिंद्रा ने अपनी नई एसयूवी एक्सयूवी 700 और स्कॉर्पियो एन में ये फीचर दिया है. दोनों ही एसयूवी के टॉप मॉडल में इस फीचर को इंट्रोड्यूस किया गया है. अब आने वाले समय में कई कंपनियां इस फीचर को अपनी कारों में लाने जा रही हैं. हालांकि कुछ प्रीमियम कारों में ये फीचर पहले से मौजूद है लेकिन ये कारें ज्यादातर विदेशी कंपनियों की हैं. इंडियन कार मैन्युफैक्चरर्स में पहली बार महिंद्रा ने इसे इंट्रोड्यूस किया है.