- नकली पनीर की फैक्ट्री का भंडाफोड़
- स्वास्थ्य विभाग ने छापामारी कर आरोपी को दबोच लिया
- अनुमान है कि रोजाना 15 हजार किलो नकली पनीर का उत्पादन होता है
संघ प्रदेश के दादरा नागरहवेली में पकड़ी गई नकली पनीर की फैक्ट्री। जिसमें एक घर में नकली पनीर बन रहा था, इसकी जानकारी स्वास्थ्य टीम को मिली.
इस वजह से पिछले 2 दिन से स्वास्थ्य विभाग की टीम भी नजर बनाए हुए थी और आखिरकार उन्होंने नकली पनीर बनाते हुए आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया.

रोजाना 15 हजार किलो नकली पनीर का उत्पादन होता था
जानकारी मिली थी कि नरौली स्थित एक घर में पनीर बनाया जा रहा था। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग ने उस घर में छापेमारी कर पनीर की मात्रा जब्त की है. पूरे मामले में जानकारी सामने आई है कि यहां रोजाना 15 हजार किलो नकली पनीर का उत्पादन होता था. पुलिस ने पूरे मामले में आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है.

नकली पनीर गंभीर बीमारियों को न्यौता देता है
आपको बता दें कि नकली पनीर खाने से सबसे पहले टाइफाइड, पीलिया और अल्सर जैसी बीमारियां हो सकती हैं. इससे पेट में दर्द और सिरदर्द भी हो सकता है। इसके अलावा त्वचा में सूजन की समस्या भी हो सकती है। क्योंकि नकली पनीर दूध की जगह हानिकारक पदार्थों से बनता है।

असली पनीर दही वाले दूध से बनाया जाता है
गौरतलब है कि असली पनीर दही वाले दूध से बनाया जाता है। जो सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। पनीर में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। इसी वजह से पनीर को प्रोटीन और फैट का मुख्य स्रोत माना जाता है। इनमें खनिज, कार्बोहाइड्रेट, ऊर्जा, कैल्शियम और फास्फोरस होते हैं।