प्रयागराज में चल रहे माघ मेला में मौनी अमावस्या पर 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. इस बीच, मेला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से साधु-संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी की. क्योंकि, कई सालों बाद ऐसा योग बना है कि मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या एक साथ पड़ी है इसलिए तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. ऐसे में प्रशासन के लिए सुरक्षा और श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
पुख्ता रहे सुरक्षा इंतेजाम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (माघ मेला) राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि मेले की सुरक्षा में 5,000 से अधिक कर्मी तैनात किए गए हैं, जिसमें नागरिक पुलिस, महिला पुलिस, घुड़सवार पुलिस, एलआईयू की टीम, खुफिया विभाग के अधिकारी, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), जल पुलिस आदि के कर्मी शामिल हैं. वहीं, प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बताया कि शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार दोपहर 12 बजे तक डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया. मिश्र के मुताबिक, मेले में रिवर एंबुलेंस और फ्लोटिंग (पानी में तैरती) पुलिस चौकी की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी कैमरों, शरीर पर धारण करने योग्य कैमरों और ड्रोन कैमरों से लोगों पर नजर रखी जा रही है.
नोट: इस लेख में दी गई सभी जानकारी केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए लिखी गई है।